एबीएन बिजनेस डेस्क। 26 सितंबर को भारतीय शेयर बाजार में लगातार छठे दिन गिरावट देखने को मिली। बीएसई सेंसेक्स 733.22 अंक या 0.90 फीसदी गिरकर 80,426.46 पर आ गया। जबकि निफ्टी 236.15 अंक या 0.95 फीसदी टूटकर 24,656.70 पर बंद हुआ।
विदेशी निवेशकों की बिकवाली, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नए टैरिफ ऐलान और आईटी शेयरों में दबाव ने बाजार की चाल पर नकारात्मक असर डाला। बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स भी 2.5 फीसदी तक टूट गए।
शेयर बाजार में गिरावट के चार मुख्य कारण रहे। सबसे पहले, डोनाल्ड ट्रंप के नए टैरिफ ऐलान। उन्होंने ब्रांडेड और पेटेंट वाली दवाओं पर 100% टैरिफ, किचन कैबिनेट्स और बाथरूम वैनिटीज पर 50%, गद्देदार फर्नीचर पर 30% और भारी ट्रकों पर 25% टैरिफ लागू करने का ऐलान किया। इस फैसले के बाद भारतीय फार्मा कंपनियों के शेयरों में सबसे अधिक गिरावट देखने को मिली।
एबीएन सेंट्रल डेस्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित करते हुए नवरात्रि के शुभारंभ की घोषणा की और देशवासियों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने बताया कि 22 सितंबर से नवरात्रि का पहला दिन होगा और इसी दिन नया नेक्स्ट जेनेरेशन जीएसटी लागू किया जाएगा। प्रधानमंत्री ने इस मौके को खास बताते हुए कहा कि यह सिर्फ त्योहार का समय नहीं है, बल्कि आर्थिक विकास और कर प्रणाली सुधार का भी महत्वपूर्ण चरण है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जीएसटी बचत उत्सव से हर देशवासी की जेब पर राहत मिलेगी। उन्होंने बताया कि यह उत्सव कल से शुरू हो रहा है और इससे हर घर में खुशियां बढ़ेंगी। मोदी ने कहा कि यह संभव हो पाया है क्योंकि केंद्र और राज्यों ने मिलकर हर शंका का समाधान किया है। उन्होंने कहा कि वन नेशन, वन टैक्स का सपना अब साकार हुआ है और जीएसटी सुधार से टैक्स प्रक्रिया सरल और आसान हो गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जीएसटी सुधारों के बाद अब लगभग 99 फीसदी वस्तुएं 5 प्रतिशत जीएसटी के दायरे में आ गई हैं। उन्होंने बताया कि इससे मध्यम वर्ग के जीवन में बदलाव आया है और गरीबों को भी इसका बड़ा लाभ मिल रहा है। मोदी ने कहा कि पूरे देश में अब एक जैसी टैक्स व्यवस्था होगी और जीएसटी कम होने से लोगों के सपने पूरे करना आसान होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि लोगों को गर्व के साथ कहना चाहिए, मैं स्वदेशी खरीदता हूं। उन्होंने बताया कि हमें Made in India के उत्पाद खरीदने चाहिए, जिससे छोटे व्यापारियों को फायदा मिलेगा। मोदी ने जोर देकर कहा कि भारत को आत्मनिर्भर बनने के रास्ते पर आगे बढ़ना होगा और जो चीजें भारत में बनाई जा सकती हैं, उन्हें यहीं उत्पादन करना चाहिए।
टीम एबीएन, रांची। गेल (इंडिया) लिमिटेड ने गुरुवार को अपने सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन (सीजीडी) नेटवर्क - पूर्वी सिंहभूम के तहत टाटा स्टील लिमिटेड के साथ गैस सेल्स एग्रीमेंट (जीएसए) पर समझौता किया। यह समझौता गेल के विभिन्न सीजीडी नेटवर्क वाराणसी, पटना, रांची, पूर्वी सिंहभूम, कटक और खोरधा में अब तक के सबसे बड़े औद्योगिक ग्राहक को शामिल किया गया है।
समझौते के तहत, टाटा स्टील के जमशेदपुर स्थित कांबी-मिल प्लांट को प्राकृतिक गैस की आपूर्ति की जाएगी। शुरूआत में 31,000 एससीएमडी (स्टैंडर्ड क्यूबिक मीटर/दिन) गैस दी जायेगी, जिसे आगे बढ़ाकर 43,000 एससीएमडी तक किया जायेगा।
यह कदम झारखंड राज्य में औद्योगिक स्थिरता (इंडस्ट्रियल सस्टेनेबिलिटी) बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है। स्वच्छ ईंधन (क्लीन फ्यूल) के उपयोग से बड़े पैमाने पर उद्योगों को लाभ होगा
एबीएन सेन्ट्रल डेस्क। केंद्र सरकार ने बुधवार को वस्तु एवं सेवा कर के नए रेट्स का नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। ये नई दरें 22 सितंबर से लागू हो जाएंगी। यह नोटिफिकेशन 3 सितंबर को हुई GST काउंसिल की 56वीं बैठक में लिए गए फैसलों के बाद जारी किया गया है और यह 28 जून 2017 की अधिसूचना की जगह लेगा।
नए नियमों के मुताबिक, अब वस्तुएं और सेवाएं 22 सितंबर से नए GST रेट्स के अनुसार उपलब्ध होंगी। केंद्र सरकार ने इस बदलाव को सभी राज्यों तक पहुंचाने के लिए जरूरी कदम उठाए हैं। आने वाले दिनों में सभी राज्य भी अपनी तरफ से नई दरें लागू करने के लिए नोटिफिकेशन जारी करेंगे।
GST काउंसिल ने इस बैठक में 12% और 28% की दरें खत्म कर दी हैं। इसके स्थान पर 5% और 18% की दो मुख्य दरें तय की गई हैं। इसके अलावा, सिन और लग्जरी वस्तुओं के लिए 40% की दर भी सिफारिश की गई थी, लेकिन इस पर उपकर समाप्त कर दिया गया है।
केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर बोर्ड उद्योग जगत और अन्य हितधारकों के साथ मिलकर बदलावों को आसान बनाने के लिए लगातार काम कर रहा है। सरकार ने नई कीमतों की लेबलिंग के लिए भी नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। उद्योग जगत भी टैक्स कटौती का लाभ उपभोक्ताओं तक पहुंचाने और नए टैक्स नियमों का पालन सुनिश्चित करने की तैयारी कर रहा है।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि नए टैक्स नोटिफिकेशन के बाद उद्योगों को अपनी ERP सिस्टम, मूल्य निर्धारण और आपूर्ति श्रृंखला को सही तरीके से समायोजित करना जरूरी हो गया है। EY के टैक्स पार्टनर सौरभ अग्रवाल ने कहा, यह बदलाव रणनीतिक रूप से बहुत महत्वपूर्ण है ताकि व्यवस्था सही से काम करे और इसका फायदा अंतिम उपभोक्ता तक पहुंचे।
GST दरों में बदलाव से आम जरूरत की कई वस्तुएं सस्ती हो जाएंगी। 28% स्लैब में शामिल ज्यादातर उत्पाद अब 18% स्लैब में आएंगे, जबकि 12% स्लैब के कई उत्पाद 5% की दर पर उपलब्ध होंगे। इसके अलावा कुछ 18% स्लैब में शामिल खाद्य पदार्थ भी 5% की दर में आ जाएंगे। इस बदलाव से टूथपेस्ट, साबुन, शैंपू, एयर कंडीशनर, कार, बाइक और टीवी जैसे उत्पादों के GST रेट कम होंगे, जिससे उपभोक्ताओं को राहत मिलने की उम्मीद है।
एबीएन बिजनेस डेस्क। जीएसटी प्रणाली में हालिया बदलाव के बाद मदर डेयरी ने अपने उत्पादों की कीमतों में कटौती की है। खासकर दूध के दाम में 2 रुपये प्रति लीटर की कमी की गयी है, जिससे आम उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी।
मदर डेयरी ने घोषणा की है कि वह अपने कई वैल्यू-ऐडेड डेयरी उत्पादों और प्रोसेस्ड फूड आइटम्स के दाम कम कर रही है। यह नया मूल्य निर्धारण 22 सितंबर 2025 से प्रभावी होगा। इससे न केवल ग्राहकों की जेब पर राहत मिलेगी, बल्कि पूरे डेयरी सेक्टर और किसानों को भी इसका लाभ मिलेगा।
सबसे बड़ा फायदा पैक्ड यूएचटी दूध को मिलेगा, जिस पर पहले 5% जीएसटी लगता था, अब इसे पूरी तरह से 0% कर दिया गया है। इसका मतलब है कि इस दूध का मूल्य सीधे घटेगा और उपभोक्ताओं को सस्ता मिलेगा। इसके अलावा पनीर, घी, बटर, चीज, मिल्कशेक और आइसक्रीम जैसे डेयरी उत्पादों पर लगने वाला टैक्स 12-18% से घटाकर मात्र 5% कर दिया गया है, जिससे इन चीजों के दाम में भी कमी आयेगी।
मदर डेयरी के कई फूड प्रोडक्ट्स जैसे फ्रोजन स्नैक्स, जैम, अचार, नारियल पानी और टमाटर प्यूरी पर भी अब टैक्स दर 12% से घटाकर 5% कर दी गयी है, जिससे इन उत्पादों के दाम भी कम होंगे और ग्राहकों को बेहतर विकल्प मिलेंगे।
अब नए दामों की लिस्ट के मुताबिक, टेट्रा पैक दूध का एक लीटर जो पहले 5% जीएसटी सहित 77 रुपये में बिकता था, अब आपको 75 रुपये में मिलेगा। घी का 750 ग्राम का टीन जो पहले 750 रुपये का था, अब 720 रुपये में उपलब्ध होगा। 200 ग्राम पनीर की कीमत भी घटकर 95 रुपये से 92 रुपये हो गई है। वहीं, 200 ग्राम चीज स्लाइस की कीमत 170 रुपये से कम होकर 160 रुपये रह गयी है।
400 ग्राम पनीर का पैकेट पहले 180 रुपये में मिलता था, जो अब 174 रुपये में मिलेगा। मलाई पनीर का 200 ग्राम पैक भी 100 रुपये से घटकर 97 रुपये का हो गया है। मदर डेयरी के टेट्रा पैक दूध का 450 मिलीलीटर पैक पहले 33 रुपये का था, अब 32 रुपये में मिलेगा। साथ ही, 180 मिलीलीटर मिल्कशेक का पैक भी 30 रुपये की जगह अब 28 रुपये में मिल सकेगा।
कंपनी ने यह भी स्पष्ट किया है कि फुल क्रीम दूध, टोंड मिल्क, गाय का दूध जैसे पॉली पैक दूध पर पहले से ही कोई जीएसटी नहीं लगता था और अब भी इन पर कोई टैक्स नहीं लगेगा। इसलिए इन उत्पादों के दामों में कोई बदलाव नहीं होगा।
एबीएन बिजनेस डेस्क। भारतीय शेयर बाजारों में आज 16 सितंबर को शानदार बढ़त देखने को मिली। सेंसेक्स 594 अंकों की तेजी के साथ 82,380 के स्तर पर पहुंच गया। निफ्टी में भी 169 अंक की बढ़त रही, ये 25,239 के स्तर पर बंद हुआ। ग्लोबल मार्केट से मिले मजबूत संकेतों और भारत-अमेरिका के बीच व्यापार समझौते को लेकर बढ़ी उम्मीदों से शेयर बाजार का सेंटीमेंट मजबूत हुआ।
एबीएन बिजनेस डेस्क। हफ्ते के दूसरे कारोबारी दिन आज यानी मंगलवार, 2 सितंबर को शेयर बाजार लाल निशान पर बंद हुआ। सेंसेक्स 206 अंक की गिरावट के साथ 80,157 के स्तर पर पहुंच गया। निफ्टी में भी 45 अंक की गिरावट रही, ये 24,579 के स्तर पर बंद हुआ।
हफ्ते के पहले कारोबारी दिन सोमवार, 1 सितंबर को सेंसेक्स 555 अंक चढ़कर 80,364 के स्तर पर बंद हुआ। निफ्टी में भी 198 अंक की तेजी रही, ये 24,625 के स्तर पर कारोबार कर रहा है।
एबीएन बिजनेस डेस्क। पिछले हफ्ते की गिरावट के बाद शेयर बाजार में आज यानी सोमवार, 1 सितंबर को शेयर बाजार में तेजी देखने को मिली। सेंसेक्स 554 अंक चढ़कर 80,364 के स्तर पर पहुंच गया। निफ्टी में भी करीब 198 अंक की तेजी रही, ये 24,625 के स्तर पर बंद हुआ।
अप्रैल-जून तिमाही में भारत की जीडीपी 7.8% बढ़ी, जो पिछले 5 तिमाहियों का रिकॉर्ड है और आरबीआई के 6.5% अनुमान से ज्यादा है। इससे निवेशकों का भरोसा बढ़ा और बाजार में पॉजिटिव सेंटीमेंट आया।
पीएम मोदी चीन के तियानजिन में एससीओ समिट में शामिल हुए और शी जिनपिंग व पुतिन से मुलाकात की। इससे भारत-चीन रिश्तों में तनाव कम होने और ग्लोबल ट्रेड समीकरण बदलने की उम्मीद जगी, जिसका असर बाजार पर दिखा।
अमेरिकी अपील कोर्ट ने ट्रंप के कई टैरिफ अवैध ठहराये। यह फैसला भारतीय बाजारों के लिए राहत लेकर आया, क्योंकि पहले इन्हीं टैरिफ के चलते भारी गिरावट देखी गयी थी।
पिछले 3 दिन की गिरावट के बाद निवेशकों ने निचले स्तर पर खरीदारी की। सेंसेक्स 80,000 के नीचे और निफ्टी 24,500 से नीचे चला गया था, जिसके बाद वैल्यू बाइंग से बाजार को सपोर्ट मिला।
निफ्टी आईटी इंडेक्स 1.3% चढ़ा और इसके सभी 10 शेयर हरे निशान में रहे। अमेरिका के पीसीई डेटा के बाद ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद बनी, जिससे भारतीय आईटी सेक्टर को फायदा हुआ।
3-4 सितंबर को होने वाली जीएसटी काउंसिल मीटिंग में सिर्फ 5% और 18% की दो दरें रखने का प्रस्ताव चर्चा में है। इससे कई सेक्टर्स को मजबूती और ग्रोथ को रफ्तार मिलने की संभावना है।
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