एबीएन बिजनेस डेस्क। शेयर बाजार में मुहूर्त ट्रेडिंग का सत्र जो कि विशेष रूप से दिवाली पर आयोजित किया जाता रहा है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज की ओर से जारी एक सर्कुलर के अनुसार मुर्हूत ट्रेडिंग, जो हर साल शाम को आयोजित किया जाता रहा है, इस साल दोपहर में आयोजित होगा। मुर्हूत ट्रेडिंग एक विशेष एक घंटे का प्रतीकात्मक सत्र होता है। यह दिवाली के पर्व पर नए हिंदू कैलेंडर वर्ष (2025 में 2028) की शुरुआत के अवसर पर आयोजित होगा।
ट्रेडिंग कई क्षेत्रों में की जा सकेगी, जिसमें इक्विटी, कमोडिटी डेरिवेटिव्स, करेंसी डेरिवेटिव्स, इक्विटी फूयूचर्स एवं ऑपशंन और सिक्योरिटीज लेडिंग और बॉरोइंग मुख्य होंगे।
एनएसई सर्कुलर के अनुसार मुर्हूत ट्रेडिंग जो हर साल शाम को आयोजित किया जाता है, इस साल दोपहर में आयोजित होगा। दिवाली मुर्हूत ट्रेडिंग सत्र 21 अक्तूबर को दोपहर 1:45 बजे से लेकर 2: 45 बजे तक आयोजित किया जाएगा, जिसमें 2:55 बजे तक व्यापार संशोधन करने की अनुमति होगी।
पिछले साल 2024 के त्योहारी मुर्हूत में दोनों सूचकांकों में बढ़त देखने को मिली थी। रिपोर्ट बताती हैं कि इस दौरान बीएसई सेंसेक्स 335 अंक बढ़कर 79,724 पर पहुंच गया और निफ्टी 50,99 अंक बढ़कर 24,304 पर पहुंच गया। मुर्हूत ट्रेडिंग में पिछले 13 वर्षों में बेंचमार्क सूचकांक हरे निशान पर बंद हुए हैं।
दिवाली के मौके पर भारतीय शेयर बाजार चार दिन बंद रहेंगे। इसमें बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) दोनों की शेयर बाजार 19, 21 और 22 अक्तूबर को सप्ताहांक के साथ बंद रहेंगे। मल्टी-कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) और मुद्रा डेरिवेटिव्स भी त्योहार और सप्ताहांत को मिलकार चार दिन बंद रहेंगे।
एबीएन बिजनेस डेस्क। हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) ने शुक्रवार को अपनी नासिक स्थित एयरक्राफ्ट मैन्युफैक्चरिंग डिवीजन में तीसरी तेजस प्रोडक्शन लाइन शुरू की। HAL के अधिकारियों ने बताया कि इस साल के अंत तक भारतीय वायुसेना (IAF) को पहला तेजस मार्क-1A (Mk1A) लड़ाकू विमान मिल सकता है। इसके साथ ही, दक्षिण अमेरिका, अफ्रीका और दक्षिण-पूर्व एशिया के कई देशों ने इस स्वदेशी जेट में रुचि दिखाई है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने नासिक में नई तेजस प्रोडक्शन लाइन का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने इस लाइन से निकले पहले Mk1A जेट की पहली उड़ान भी देखी। साथ ही, HAL द्वारा डिज़ाइन और विकसित स्वदेशी बेसिक ट्रेनर विमान हिंदुस्तान टर्बो ट्रेनर-40 (HTT-40) की दूसरी प्रोडक्शन लाइन का भी उद्घाटन किया। इस मौके पर एक HTT-40 और सुखोई Su-30MKI के साथ तेजस ने आसमान में उड़ान भरी और तीनों ने मिलकर शानदार हवाई करतब दिखाए।
HAL की नासिक फैसिलिटी सुखोई Su-30MKI विमानों की मरम्मत और ओवरहॉल का काम भी करती है। पहले इसने सोवियत और रूसी मूल के करीब 1,000 जेट्स का लाइसेंस के तहत प्रोडक्शन किया है, जिसमें 575 मिग-21, 270 सुखोई Su-30MKI और 125 मिग-27 शामिल हैं।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि युद्ध की प्रकृति तेजी से बदल रही है। ऐसे में HAL को तेजस और HTT-40 से आगे बढ़कर अगली पीढ़ी के लड़ाकू विमानों, ड्रोन सिस्टम और सिविल एविएशन में अपनी जगह बनानी होगी।
HAL के अधिकारियों ने बताया कि तेजस Mk1A की डिलीवरी इस साल के अंत तक शुरू हो सकती है, लेकिन इसके लिए हथियारों के परीक्षण को सफलतापूर्वक पूरा करना जरूरी है। उन्होंने कहा, यह एक हथियार डिलीवरी प्लेटफॉर्म है। स्वदेशी एस्ट्रा बियॉन्ड-विज़ुअल-रेंज मिसाइल, ब्रिटिश ASRAAM मिसाइल (नजदीकी युद्ध के लिए) और लेजर-गाइडेड बम (जमीनी हमले के लिए) का सफल एकीकरण जरूरी है।
HAL पहले फरवरी 2024 तक डिलीवरी शुरू करने का लक्ष्य रख चुकी थी, लेकिन अमेरिकी कंपनी GE एयरोस्पेस से F404-IN20 इंजनों की देरी के कारण यह संभव नहीं हो सका। कंपनी ने अब तक करीब 10 Mk1A विमान बनाए हैं, जिनमें से ज्यादातर में अस्थायी तौर पर रिजर्व इंजन लगाए गए हैं। 30 सितंबर को GE ने चौथा F404 इंजन सौंपा, जिसके बाद इंजन आपूर्ति की स्थिति स्थिर होने की उम्मीद है। हथियारों का एकीकरण भी एक चुनौती रहा है। HAL ने पहले आश्वासन दिया था कि 2025-26 तक 12 Mk1A विमान डिलीवर कर दिए जाएंगे।
HAL के अधिकारियों ने बताया कि अगर विदेशों से ऑर्डर मिले तो नासिक में चौथी तेजस प्रोडक्शन लाइन शुरू की जा सकती है। उन्होंने कहा, हमें विदेशों से कई पूछताछ मिल रही हैं। अगर मांग बढ़ती है तो हम यहां एक और लाइन शुरू कर सकते हैं। हालांकि, उन्होंने उन देशों के नाम नहीं बताए, लेकिन दक्षिण अमेरिका, दक्षिण-पूर्व एशिया और अफ्रीका से रुचि की बात कही। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार की ओर से सक्रिय समर्थन मिल रहा है।
नासिक की तीसरी लाइन की मौजूदा क्षमता हर साल आठ Mk1A विमान बनाने की है, लेकिन अगले दो साल में इसे बढ़ाकर 10 विमान सालाना करने की योजना है। बेंगलुरु की दो मौजूदा लाइनों के साथ मिलकर HAL की कुल प्रोडक्शन कैपेसिटी 24 तेजस Mk1A विमान सालाना होगी। निजी भागीदारों के साथ मिलकर HAL 2027 के अंत तक इसे 30 विमान सालाना तक ले जाना चाहती है।
फरवरी 2021 में 83 तेजस Mk1A विमानों का पहला ऑर्डर 36,400 करोड़ रुपये में मिला था, जिसकी डिलीवरी फरवरी 2028 तक पूरी होनी है। सितंबर में HAL को 97 Mk1A विमानों का दूसरा ऑर्डर मिला, जिसमें 68 सिंगल-सीट फाइटर और 29 ट्विन-सीट ट्रेनर शामिल हैं। इसकी कीमत 62,370 करोड़ रुपये से ज्यादा है। इस ऑर्डर की डिलीवरी 2027-28 से शुरू होकर छह साल में पूरी होगी।
IAF ने तेजस Mk1 के दो स्क्वाड्रन पहले ही ऑपरेशनल कर लिए हैं। बेहतर Mk1A एक स्वदेशी डिज़ाइन, विकसित और निर्मित 4.5-जेनरेशन फाइटर विमान है। इसमें एक्टिव इलेक्ट्रॉनिकली स्कैन्ड एरे रडार, बियॉन्ड-विज़ुअल-रेंज मिसाइल, इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सुइट और हवा में ईंधन भरने की क्षमता है।
एबीएन बिजनेस डेस्क। भारत की सबसे बड़ी स्टील कंपनी खरह स्टील ने शुक्रवार को अपनी दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर 2025) के नतीजे जारी किये। बीती तिमाही कंपनी का मुनाफा पिछले साल की तुलना में लगभग चार गुना बढ़कर 1,623 करोड़ रुपये (लगभग 185 मिलियन डॉलर) हो गया। पिछले साल इस दौरान कंपनी ने 439 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया था।
कंपनी ने इस बार 20% ज्यादा स्टील बेचा, जिससे उसकी कमाई बढ़ी। हालांकि, स्टील की कीमतें कम होने और सरकार द्वारा कुछ स्टील प्रोडक्ट्स पर आयात शुल्क लगाने के बावजूद कंपनी ने यह शानदार प्रदर्शन किया। खरह स्टील भारत में स्टील उद्योग के लिए तिमाही नतीजों की शुरुआत करने वाली पहली कंपनी है।
अरबपति व्यापारी सज्जन जिंदल के नेतृत्व वाली खरह स्टील ने भारत में अपनी फैक्ट्रियों में 92% क्षमता का इस्तेमाल किया। कंपनी का एइकळऊअ मार्जिन (ब्याज, कर, मूल्यह्रास और परिशोधन से पहले की कमाई का मार्जिन) पिछले साल के 14.2% से बढ़कर 17.4% हो गया, हालांकि यह पिछली तिमाही के 18.2% से थोड़ा कम था।
पिछले साल सितंबर तिमाही में कंपनी को जाजंग आयरन ओर खदान के पट्टे को सरेंडर करने की वजह से 342 करोड़ रुपये का एकमुश्त खर्च उठाना पड़ा था। इस बार, असाधारण खर्च को छोड़कर कंपनी का टैक्स से पहले का मुनाफा पिछले साल की तुलना में 107.3% बढ़ा।
एबीएन बिजनेस डेस्क। भारतीय शेयर बाजारों में गुरुवार (16 अक्टूबर) को जबरदस्त तेजी देखने को मिली। सेंसेक्स 862 अंकों की तेजी के साथ 83,467 पर पहुंच गया, जबकि निफ्टी 261 अंक मजबूत होकर 25,585 के स्तर पर बंद हुआ।
कारोबार के दौरान सेंसेक्स ने 900 अंकों से अधिक की छलांग लगायी। बाजार में बैंकिंग शेयरों में खरीदारी, मजबूत वैश्विक संकेत और विदेशी निवेशकों की वापसी ने निवेशकों का उत्साह बढ़ाया।
बैंकिंग शेयरों में सबसे ज्यादा तेजी देखने को मिली। बैंक निफ्टी 0.5% ऊपर गया। एक्सिस बैंक के शेयर सितंबर तिमाही के मजबूत नतीजों और ब्रोकरेज बर्नस्टीन की आउटपरफॉर्म रेटिंग से 4% उछले। इसके साथ ही, सरकारी बैंकों के संभावित मर्जर की खबरों ने भी बाजार को रफ्तार दी।
भारतीय रुपया 40 पैसे चढ़कर 87.68 प्रति डॉलर तक पहुंच गया। आरबीआई के हस्तक्षेप, कमजोर डॉलर इंडेक्स और कच्चे तेल की गिरती कीमतों से रुपये को समर्थन मिला।
विदेशी निवेशकों की वापसी विदेशी निवेशकों ने लंबे समय बाद बाजार में खरीदारी का रूख दिखाया। 15 अक्टूबर को उन्होंने 68.64 करोड़ रुपये का निवेश किया और पिछले एक हफ्ते में 3,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की खरीदारी की।
एशियाई बाजारों जापान का निक्केई, कोरिया का कोस्पी और चीन का शंघाई कंपोजिट में तेजी ने भारतीय बाजार को भी बल दिया।
भारत के वाणिज्य सचिव राजेश अग्रवाल वाशिंगटन में अमेरिकी प्रतिनिधियों के साथ बातचीत कर रहे हैं। इससे दोनों देशों के बीच ऊर्जा और व्यापारिक सहयोग पर सकारात्मक संकेतों की उम्मीद है।
टीम एबीएन, रांची। दीपावली का पर्व रोशनी, मिठास और खुशियों के साथ-साथ पटाखों की चमक के बिना अधूरा माना जाता है। हर साल की तरह इस बार भी राजधानी रांची के बाजारों में एक से बढ़कर एक पटाखों की रौनक दिखायी दे रही है। मोरहाबादी मैदान में जिला प्रशासन के निर्देशानुसार इस वर्ष भी विशेष पटाखा बाजार सजाया गया है।
सुरक्षा मानकों और पर्यावरणीय गाइडलाइनों का पालन करते हुए यहां पटाखों की दुकानें लगायी गयी हैं। फायर सेफ्टी, बालू और पानी की पर्याप्त व्यवस्था की गयी है ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके। पटाखा विक्रेताओं का कहना है कि इस बार बाजार में कई बड़े ब्रांड के ग्रीन और इको-फ्रेंडली पटाखे उपलब्ध हैं। पिछले दो वर्षों से ग्रीन पटाखों का चलन बढ़ा है। इस वर्ष भी ग्राहकों की पहली पसंद यही बन रहे हैं।
विक्रेताओं के मुताबिक, पिछले साल की तुलना में इस बार पटाखों की कीमतों में 15 से 20 फीसदी तक का इजाफा हुआ है। इसके बावजूद दीपावली के जोश में कमी नहीं है। ग्राहकों का कहना है कि कीमतें बढ़ी जरूर हैं, लेकिन त्योहार पर थोड़े बहुत पटाखा फोड़ना तो बनता ही है।
फिलहाल, पटाखा बाजार में भीड़ थोड़ी कम है, लेकिन दुकानदारों को उम्मीद है कि दीपावली नजदीक आने के साथ ही ग्राहकों की संख्या बढ़ेगी। मोरहाबादी का यह पटाखा बाजार इन दिनों रंग-बिरंगी रोशनी और आकर्षक पैकेजिंग से दमक रहा है।
पटाखों के शौकीनों के लिए यहां हर तरह की वैरायटी मौजूद है। पारंपरिक फुलझड़ी से लेकर नये डिजाइन वाले इको-फें्रडली कै्रकर्स तक। दीपावली की तैयारी के बीच राजधानी रांची का पटाखा बाजार इस समय पूरी तरह सज-धज कर त्योहार का स्वागत करने को तैयार है।
एबीएन बिजनेस डेस्क। दिवाली का पर्व केवल घरों में ही नहीं, बल्कि शेयर बाजार में भी विशेष महत्व रखता है। हर साल की तरह इस साल भी दिवाली मुहूर्त ट्रेडिंग होगी, लेकिन उससे पहले बाजार में लगातार चार दिनों की छुट्टियों का सिलसिला देखने को मिलेगा। निवेशकों और ट्रेडर्स के लिए यह ब्रेक किसी अलर्ट से कम नहीं है।
बीएसई और एनएसई की आधिकारिक छुट्टियों की सूची के अनुसार, बाजार 19 अक्टूबर (शनिवार) से लेकर 22 अक्टूबर (मंगलवार) तक पूरी तरह बंद रहेगा:
इस दौरान न केवल स्टॉक मार्केट, बल्कि मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज और करेंसी डेरिवेटिव्स मार्केट भी बंद रहेंगे।
मुहूर्त ट्रेडिंग परंपरागत रूप से शुभ मानी जाती है। पिछले 16 वर्षों में से 13 बार बाजार हरे निशान पर बंद हुआ है, भले ही ट्रेडिंग वॉल्यूम कम रहा हो। 2024 में, बीएसई सेंसेक्स में 335 अंकों की तेजी दर्ज की गयी। निफ्टी 50 भी 99 अंक चढ़कर बंद हुआ।
एबीएन बिजनेस डेस्क। भारतीय शेयर बाजारों में मंगलवार, 14 अक्टूबर को लगातार दूसरे दिन गिरावट देखने को मिली। सेंसेक्स-निफ्टी दोनों लाल निशान पर बंद हुए। सेंसेक्स 297.07 अंक गिरकर 82,029.98 पर बंद हुआ। निफ्टी भी 81.85 अंक लुढ़का, ये 25,145.50 पर बंद हुआ।
कारोबार के दौरान सेंसेक्स करीब 492.77 अंक या 0.60% गिरकर 81,834.28 पर रहा, जबकि निफ्टी 145.25 अंक या 0.58% गिरकर 25,082.10 पर था। बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स भी लगभग 0.9% तक टूटे और सभी सेक्टोरल इंडेक्स भी लाल निशान में कारोबार कर रहे थे।
एबीएन सेंट्रल डेस्क (जम्मू कश्मीर)। सितंबर में इलेक्ट्रिक कारों की खुदरा बिक्री दोगुनी से अधिक हो गयी। आॅटोमोबाइल डीलरों के संगठन एफएडीए ने साझा किये गये आंकड़ों के अनुसार, टाटा मोटर्स 6,216 यूनिट बेचकर सबसे आगे रही। पिछले महीने इलेक्ट्रिक यात्री वाहनों की कुल बिक्री बढ़कर 15,329 इकाई हो गयी, जबकि पिछले साल इसी महीने में यह 6,191 यूनिट थी।
टाटा मोटर्स ने सितंबर 2024 में 3,833 यूनिट बेची थी, जो इस साल सितंबर में 62 प्रतिशत बढ़कर 6,216 यूनिट हो गयी। जेएसडब्ल्यूएमजी मोटर ने पिछले महीने 3,912 यूनिट बेचीं, जो पिछले साल की समान अवधि में 1,021 यूनिट से तीन गुना अधिक है। महिंद्रा एंड महिंद्रा ने सितंबर में 3,243 यूनिट बेचीं, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह 475 यूनिट थी।
बीवीआइडी इंडिया ने इस साल सितंबर में 547 यूनिट बेचीं, किआ इंडिया ने 506, हुंडई 349, बीएमडब्ल्यू 310, जबकि मर्सिडीज-बेंज इंडिया ने 97 यूनिट बेचीं। इसके अलावा टेस्ला इंडिया ने भी पिछले महीने 64 यूनिट बेचीं। वहीं, सितंबर में दोपहिया वाहनों की खुदरा बिक्री 90,549 यूनिट की तुलना में 15 फीसदी बढ़कर 1,04,220 यूनिट हो गयी। टीवीएस वोटर अग्रणी रही, जिसने 22,509 यूनिट बेचीं।
पिछले साल इसी अवधि में टीवीएस मोटर ने 18,256 यूनिट बेची थीं। बजाज आटो पिछले महीने बेची गयी 19,580 यूनिट्स के साथ दूसरे स्थान पर रही, जबकि एथर एनर्जी ने 18,141 यूनिट्स की बिक्री के साथ तीसरा स्थान हासिल किया। ओला इलेक्ट्रिक ने 13,383 इकाइयों की बिक्री के साथ चौथा स्थान हासिल किया, जबकि हीरो मोटोकॉर्प सितंबर में 12,753 इकाइयों की बिक्री के साथ 5वें स्थान पर रही।
Subscribe to our website and get the latest updates straight to your inbox.
टीम एबीएन न्यूज़ २४ अपने सभी प्रेरणाश्रोतों का अभिनन्दन करता है। आपके सहयोग और स्नेह के लिए धन्यवाद।
© www.abnnews24.com. All Rights Reserved. Designed by Inhouse