टीम एबीएन, नामकुम (रांची)। मानवाधिकार दिवस के अवसर पर 10 दिसंबर को ओरमांझी प्रखंड के सदमा गाँव में छोटानागपुर लॉ कॉलेज, नमकुम द्वारा कंबल एवं आवश्यक सामग्रियों का वितरण किया गया।
यह कार्यक्रम मानवाधिकारों के संरक्षण और जागरूकता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जनसेवा कार्यक्रम के रूप में आयोजित किया गया। इस ऐतिहासिक तिथि को विश्वभर में मानवाधिकारों की सुरक्षा के मील के पत्थर के रूप में जाना जाता है, और इसी क्रम में महाविद्यालय ने सामाजिक उत्तरदायित्व का परिचय दिया।
मानवाधिकार दिवस पर कॉलेज की टीम ने सदमा गाँव में वृद्धजनों के बीच कंबल वितरण कर सामाजिक संवेदना का उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के दौरान महाविद्यालय के शिक्षकों और छात्रों की टीम ने घर-घर जाकर बुजुर्गों को गर्म कंबल प्रदान किये, जिससे उन्हें सर्द मौसम में राहत मिली।
इसी क्रम में, कॉलेज की टीम सदमा मध्य विद्यालय पहुंची, जहां 300 से अधिक बच्चों के बीच खाद्य सामग्री एवं पठन-पाठन से संबंधित शैक्षणिक सामग्री का वितरण किया गया। सामग्री प्राप्त कर बच्चों के चेहरे खुशी से खिल उठे। कार्यक्रम के दौरान महाविद्यालय के शिक्षकों ने छात्रों को मानवाधिकारों, उनके महत्व और दैनिक जीवन में उनके अनुपालन के बारे में जागरूक भी किया।
यह जनसेवा कार्यक्रम न केवल स्थानीय ग्रामीणों में जागरूकता बढ़ाने में सफल रहा, बल्कि युवा विधि छात्रों में मानवाधिकारों के प्रति संवेदनशीलता और जिम्मेदारी की भावना को भी मजबूती प्रदान की। मानवाधिकार दिवस पर छोटानागपुर लॉ कॉलेज की यह पहल समाज को प्रेरित करने वाला सराहनीय कदम साबित हुई।
टीम एबीएन, नामकुम (रांची)। मानवाधिकार दिवस के अवसर पर 10 दिसंबर को ओरमांझी प्रखंड के सदमा गाँव में छोटानागपुर लॉ कॉलेज, नमकुम द्वारा कंबल एवं आवश्यक सामग्रियों का वितरण किया गया।
यह कार्यक्रम मानवाधिकारों के संरक्षण और जागरूकता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जनसेवा कार्यक्रम के रूप में आयोजित किया गया। इस ऐतिहासिक तिथि को विश्वभर में मानवाधिकारों की सुरक्षा के मील के पत्थर के रूप में जाना जाता है, और इसी क्रम में महाविद्यालय ने सामाजिक उत्तरदायित्व का परिचय दिया।
मानवाधिकार दिवस पर कॉलेज की टीम ने सदमा गाँव में वृद्धजनों के बीच कंबल वितरण कर सामाजिक संवेदना का उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के दौरान महाविद्यालय के शिक्षकों और छात्रों की टीम ने घर-घर जाकर बुजुर्गों को गर्म कंबल प्रदान किये, जिससे उन्हें सर्द मौसम में राहत मिली।
इसी क्रम में, कॉलेज की टीम सदमा मध्य विद्यालय पहुंची, जहां 300 से अधिक बच्चों के बीच खाद्य सामग्री एवं पठन-पाठन से संबंधित शैक्षणिक सामग्री का वितरण किया गया। सामग्री प्राप्त कर बच्चों के चेहरे खुशी से खिल उठे। कार्यक्रम के दौरान महाविद्यालय के शिक्षकों ने छात्रों को मानवाधिकारों, उनके महत्व और दैनिक जीवन में उनके अनुपालन के बारे में जागरूक भी किया।
यह जनसेवा कार्यक्रम न केवल स्थानीय ग्रामीणों में जागरूकता बढ़ाने में सफल रहा, बल्कि युवा विधि छात्रों में मानवाधिकारों के प्रति संवेदनशीलता और जिम्मेदारी की भावना को भी मजबूती प्रदान की। मानवाधिकार दिवस पर छोटानागपुर लॉ कॉलेज की यह पहल समाज को प्रेरित करने वाला सराहनीय कदम साबित हुई।
एबीएन न्यूज नेटवर्क, हजारीबाग। शिक्षा के लिए भिक्षा : जनाक्रोश मार्च में आजसू छात्र संघ ने अपनी ताकत दिखायी। गांधी मैदान मटवारी से निकलकर छात्रों ने उपायुक्त कार्यालय तक जनाक्रोश मार्च के रूप में पहुंचा इसके बाद आजसू कार्यकर्ता ने उपायुक्त कार्यालय के समीप बैठ गये और हेमंत सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। इसके बाद जिला प्रशासन ने आजसू छात्र संघ को उपायुक्त को ज्ञापन देने के लिए आमंत्रित किया। उपायुक्त को आजसू नेताओं ने उनके कार्यालय में ज्ञापन सौंपा।
आज गांधी मैदान मटवारी से आजसू छात्र संघ के हजारों कार्यकर्ता उपायुक्त कार्यालय के लिए जनाक्रोश मार्च शुरू किया। मार्च में हजारीबाग के सैकड़ों कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के हजारों छात्र-छात्राओं ने बड़ी संख्या में मार्च में शामिल होकर लंबित पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति भुगतान के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया।
जनाक्रोश मार्च का नेतृत्व आजसू छात्र संघ के प्रदेश अध्यक्ष ओम वर्मा, कार्यकारी अध्यक्ष बबलू महतो, वरीय उपाध्यक्ष ऋतुराज शाहदेव, पीयूष चौधरी, सत्यम सिंह एवं अन्य नेताओं ने किया। इस मौके पर वरीय नेता संजय मेहता भी उपस्थित रहे। हाथों में बैनर, पोस्टर, स्लोगन और छात्रवृत्ति भुगतान की मांग को लेकर छात्र समूह उपायुक्त कर्यालय की ओर बढ़े और मार्ग भर सरकार की लापरवाही के खिलाफ आवाज बुलंद करते रहे।
उपायुक्त कार्यालय पहुंचकर छात्र प्रतिनिधिमंडल ने उपायुक्त महोदय को ज्ञापन सौंपा और आग्रह किया कि लंबित 2024-25 छात्रवृत्ति के तत्काल भुगतान किया जाए और ई-कल्याण पोर्टल पर सभी लंबित आवेदनों की स्थिति सार्वजनिक किया जाए। जिला स्तर पर हुई गंभीर देरी की जांच हो और पारदर्शी तथा समयबद्ध प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए तुरंत हस्तक्षेप किया जाये।
प्रदेश अध्यक्ष ओम वर्मा ने कहा की आज का मार्च किसी पार्टी या व्यक्ति का आंदोलन नहीं था। यह उन लाखों विद्यार्थियों की पुकार थी, जो बेहतर शिक्षा, समान अवसर और सुरक्षित भविष्य चाहते हैं। झारखंड सरकार को स्पष्ट संदेश मिल गया है, शिक्षा के साथ अन्याय अब बर्दाश्त नहीं होगा।
छात्र जिलाध्यक्ष सत्यम सिंह ने कहा कि आज की वर्तमान सरकार अगर हर अंतिम छात्र को उसकी पूर्ण छात्रवृत्ति नहीं देती है, तो यह आंदोलन एक पल के लिए भी नहीं रुकेगा। न एक छात्र छूटेगा, न एक मांग अधूरी रहने दी जायेगी। आज सत्ता मौन है, इसलिए हमारी आवाज और प्रखर होगी। यह लड़ाई छात्रवृत्ति की नहीं, न्याय, अधिकार और जवाबदेही की है।
पीयूष चौधरी ने तीखे शब्दों में कहा कि छात्रवृत्ति कोई दया नहीं, यह हमारा अधिकार है। सरकार की चुप्पी ने लाखों विद्यार्थियों का अकादमिक वर्ष खतरे में डाल दिया है। अगर समाधान नहीं मिला तो छात्रों की आवाज और ऊँची होगी। यह लड़ाई शिक्षा बचाओ की है और इसे पूरे दमखम के साथ लड़ा जायेगा।
इसके अलावा कार्यकारी अध्यक्ष बबलू महतो वरीय उपाध्यक्ष ऋतुराज शाहदेव, राजेश महतो, मोहित यादव, विशाल प्रजापति, शुभम राणा, राहुल यादव, ऋतिक, राहुल सिंह, शिव, अंकित, आतिश, कृष पांडे, विशु नायक, रोहित सोनी, देवा महतो, दीपक शर्मा आदि नेताओं ने जनाक्रोश मार्च को सफल बनाने में योगदान किया।
आजसू पार्टी के केंद्रीय महासचिव संजय मेहता ने कहा की आजसू छात्र संघ का छात्रवृति की मांग को लेकर आंदोलन व्यापक तौर पर सफल रहा। सरकार छात्रों की बातों को सुने और संज्ञान में लें।
यह आंदोलन स्वत: स्फूर्त था। आजसू छात्र संघ के आह्वान पर कैंपस से छात्र स्वयं आंदोलन में सम्मिलित होने पहुंचे। इस आंदोलन ने यह साबित कर दिया है की सरकार आवेदन के जरिए किसी की बात नहीं सुन रही। समाज के सभी वर्गों को सरकार ने सड़क पर उतरने को मजबूर कर दिया है। लाखों छात्रों के छात्रवृति को पेंडिग रखना युवा पीढ़ी को पढ़ाई से वंचित करने जैसा है। सरकार छात्र एवं युवाओं की भावनाओं को समझे। एक तरफ सरकार बड़े-बड़े इवेंट में खर्च कर रही है दूसरी तरफ छात्र छात्रवृति से वंचित हैं।
लाखों मेधावी छात्र-छात्राओं की पोस्ट-मैट्रिक छात्रवृत्ति महीनों से पेंडिंग पड़ी है। इसका सीधा मतलब है कि आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के बच्चों को उच्च शिक्षा से वंचित किया जा रहा है। एक तरफ सरकार बड़े-बड़े आयोजनों, विज्ञापनों और इवेंटों में करोड़ों रुपये पानी की तरह बहा रही है, दूसरी तरफ हमारे बच्चे दो वक्त की रोटी व किताब-कॉपी के लिए मोहताज हो रहे हैं। यह दोहरा चरित्र बर्दाश्त से बाहर है। उक्त जानकारी केंद्रीय मीडिया संयोजक परवाज खान ने दी।
टीम एबीएन, रांची। अहमदाबाद निवासी एवं रांची राजगढ़िया परिवार की बेटी मीरा जगनानी द्वारा लिखित दो पुस्तकों गुनगुन करती आयी चिड़िया एवं रिश्तों की सुगंध मीरा जगनानी के संग का लोकार्पण रांची के सांसद एवं रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने रांची स्थित होटल सिटी पैलेस में आयोजित एक समारोह में किया।
मौके पर श्री सेठ लेखिका मीरा जगनानी की भूरि भूरि प्रशंसा करते हुए कहा कि आज के युग में पुस्तकों की रचना का कार्य एक महान सामाजिक कार्य है। रक्षा राज्यमंत्री कहा कि पुस्तक लेखन के क्षेत्र में नये-नये युवकों को आगे आने की जरूरत है। उन्होंने पुस्तकों को पढ़ने के बाद कहा कि इन पुस्तकों को स्कूल कॉलेज स्तर के पाठ्यक्रम में शामिल किया जाना चाहिए।
साई नाथ विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर एसपी अग्रवाल ने अपने उद्बोधन में पुस्तकों की तारीफ करते हुए इसे विश्वविद्यालय के पुस्तकालयों में ज्ञानवर्धन हेतु रखने की बात कही। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए डॉ राजाराम महतो ने पुस्तक को जीवन का अनमोल रत्न बताया एवं इसे मनुष्य जीवन का अनोखा रिश्ता बताया।
लेखिका मीरा जगनानी अपने उदगार व्यक्त करते हुए काफी भावुक हो गई और इसका श्रेय अपनी बेटी एवं बेटा को बताया तथा अपने चाचा विजय राजगढ़िया का प्रेरणा स्रोत बताया। मंच का संचालन प्रोफेसर कमल बोस ने किया।
मौके पर पंकज राजगढ़िया, गौतम राजगढ़िया, रवि राजगढ़िया जगतपाल महतो, गणेश महतो, राजकुमार महतो, कुमारी प्रभा महतो, महेंद्र महतो, ओम गुप्ता, निर्मला देवी राजगढ़िया, सुमन राजगढ़िया, रेणु राजगढ़िया आदि लोग उपस्थित थे। धन्यवाद ज्ञापन डॉक्टर राजश्री जयंती ने किया।
टीम एबीएन, रांची। आजसू छात्र संघ ने कहा है कि सात लाख विद्यार्थियों की पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति के लिए शिक्षा के लिए भिक्षा : जनाक्रोश आंदोलन को आगे बढ़ाते हुए प्रत्येक जिले में छात्रों को गोलबंद किया जायेगा और जिलावार आंदोलन शुरू किया जायेगा।
विगत 21 नवंबर को इस मुद्दे पर आजसू छात्र संघ ने लोकभवन पर प्रदर्शन कर राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा था। आजसू के विधायक निर्मल महतो ने भी विधानसभा में धरना दिया और विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष विषय को उठाया।
आजसू छात्र संघ के प्रदेश अध्यक्ष ओम वर्मा एवं वरीय उपाध्यक्ष ऋतुराज शाहदेव ने प्रेस वार्ता में जानकारी दी कि 9 दिसंबर को हजारीबाग से जिलावार आंदोलन की शुरुआत होगी, और यह आंदोलन राज्य के सभी जिलों में आयोजित किया जायेगा और आजसू प्रतिनिधिमंडल उपायुक्त को ज्ञापन सौंपेगा।
ओम वर्मा ने कहा कि सरकार द्वारा 2024-25 की छात्रवृत्ति लंबित रखने का विषय घोर लापरवाही का प्रतीक है। छात्रों की समस्याएं सुनने में सरकार उत्सुक नहीं दिखती। जिला-स्तरीय मार्च की विस्तृत रणनीति प्रेस के सामने रखी गयी। आंदोलन को शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक बताया गया।
श्री वर्मा ने कहा आज कैम्पस से लेकर सड़क तक छात्र सरकार की अनदेखी से परेशान हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से हम स्पष्ट संदेश दे रहे हैं अब आंदोलन गांव-गांव और जिले-जिले में होगा। छात्रवृत्ति रोकोगे तो सरकार को हर मोर्चे पर जवाब देना होगा।
उन्होंने कहा कि हमने बार-बार कहा कि न एक छात्र छूटेगा, न एक मांग रुकेगी। छात्रवृत्ति वापस मिलेगी, तभी जिले-स्तर का आंदोलन रुकेगा। सरकार चाहे कितनी भी चुप्पी साध ले, छात्रों की आवाज दबने वाली नहीं है।
वरीय उपाध्यक्ष ऋतुराज शाहदेव ने कहा अब संघर्ष नया मोड़ ले चुका है। केवल रांची में नहीं राज्य के सभी जिलों में युवा सड़कों पर उतरेंगे। यह आंदोलन सिर्फ लाभार्थियों का नहीं, सामाजिक न्याय और अधिकारों की रक्षा का है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में राजेश सिंह, रोशन नायक अमन साहू एवं आजसू छात्र संघ के कई पदाधिकारी उपस्थित थे।
एबीएन न्यूज नेटवर्क, लोहरदगा। अच्छे संस्कार मेहनत और राष्ट्र के प्रति आघात प्रेम जीवन को सफल और सर्वस्व न्योछावर करने की प्रेरणा देती है। उक्त बातें सीआरपीएफ से पिछले महीने सेवानिवृत हुए आईजी वीरेंद्र कुमार टोप्पो ने कहीं। रविवार देर शाम वह अपने परिजनों के साथ आर्य समाज के झारखंड में बड़े केंद्र गुरुकुल शांति आश्रम यज्ञशाला में ब्रह्मचारियों द्वारा आयोजित अभिनंदन समारोह में कही।
उन्होंने ब्रह्मचारियों का आह्वान किया कि जीवन में मेहनत से मुकाम हासिल करें। शॉर्टकट का रास्ता कभी नहीं अपनायें। राष्ट्र के प्रति सदैव तत्पर रहे।
कठिन परिश्रम से कभी पीछे न हटें। पूर्व आईजी ने अपने विद्यार्थी जीवन से लेकर खेल के मैदान की उपलब्धियां के बारे में ब्रह्मचारियों को विस्तार से बताया।
उन्होंने कहा कि हमारे जोरी गांव से हम सभी खाली पर दौड़ते हुए लोहरदगा शहर से रांची के सीमा पर स्थित हेंजला गांव तक जाते थे। हमारे साथ जो दौड़ा करते थे उन्होंने भी राष्ट्रीय स्तर पर मुकाम हासिल किया।
स्थानीय समाज का प्रेम आज हमें 37 सालों के राष्ट्र सेवा बाद फिर से अपने घर लौटने को मजबूर किया। सेवा के दौरान हमें कश्मीर से कन्याकुमारी तक, बर्फीली पहाड़ों से लेकर रेगिस्तान तक, में रहकर राष्ट्र सेवा करने का जो अवसर हमारे देश ने हमें दिया। वह अतुलनीय है।
मां भारती की सेवा और रक्षा हमारे जीवन का लक्ष्य बन गया है। सभी बच्चे मेहनत से अपने मुकाम को हासिल करने का निरंतर प्रयत्न करें। इसे जीवन का लक्ष्य बनायें। पूर्व सीआरपीएफ आईजी वीरेंद्र कुमार टोप्पो ने कहा कि ब्रह्मचारियों के बीच अपने को पाकर मन पुलकित और हृदय गदगद हो गया है।
गुरुकुल शांति आश्रम के आचार्य शरच्चंद्र आर्य ने इस मौके पर कहा कि यह आश्रम व्यक्तित्व निर्माण और राष्ट्र सेवा के लिए ब्रह्मचारियों को तैयार करता है। राष्ट्र के प्रति सदैव एक निष्ठ भाव से समर्पित रहने की शिक्षा-दीक्षा देता है। धर्म से ऊपर राष्ट्र को रखने की प्रेरणा देता है।
मौके पर आचार्य शरच्चंद्र आर्य और आचार्य गणेश शास्त्री ने संयुक्त रूप से पूर्व डीआईजी वीरेंद्र कुमार टोप्पो को सत्यार्थ प्रकाश और अंग वस्त्रम देकर सम्मानित किया। मौके पर वीरेंद्र टोप्पो की धर्मपत्नी और परिजन मौजूद थे। कार्यक्रम में अन्य लोगों के अलावा रविंद्र दत्ता, बैद्यनाथ प्रसाद गुड्डूस, झारखंड जगुवार के डीएसपी तेतरु उरांव, उधान टोप्पो समेत तमाम ब्रह्मचारी मौजूद थे।
फोटो संकेत- लोहरदगा शांतिनगर स्थित गुरुकुल शांति आश्रम में ब्रह्मचारियों के बीच सीआरपीएफ के आईजी वीरेंद्र कुमार टोप्पो, आचार्य शरच्चंद्र आर्य, आचार्य गणेश शास्त्री व अन्य।
एबीएन न्यूज नेटवर्क, हुसैनाबाद/ पलामू। मां शिवकुमारी देवी सेवा संस्थान ट्रस्ट द्वारा संचालित श्री माँ बाल विकास विद्यालय की गांधी चौक जपला व होलेया रोड ऊपरी के परिसर में कला सह विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता निदेशक सह प्राचार्य डॉ जीतेन्द्र प्रसाद ने की। संचालन विद्यालय प्रभारी रविंद्र कुमार मेहता व शैलेश कुमार ने किया।
कार्यक्रम का उद्घाटन इतिहासकार व साहित्यकार डॉ अंगद किशोर व अभिभावकों ने संयुक्त रूप से ज्ञान की देवी माता सरस्वती तसवीर के समक्ष दीप जलाकर किया। कार्यक्रम की शुरुआत बच्चों द्वारा प्रस्तुत नृत्य कार्यक्रम से की गयी। इसके बाद अभिभावकों ने बच्चों की कलाकृतियों का अवलोकन किया। बच्चों ने विज्ञान, सामाजिक अध्ययन, इतिहास, पर्यावरण से संबंधित एक-से बढ़कर एक मॉडल बनाये गये थे।
फसलों की रोपाई से कटाई तक का चित्रण, जलियांवाला हत्याकांड, आपरेशन सिंदूर, बुर्ज खलीफा, स्मार्ट सिटी, वोलकैनो, पेंडुलम, कंकाल तंत्र, इंडिया गेट, राममंदिर, जामा मस्जिद, केदारनाथ आदि कलाकृतियों को दर्शकों ने काफी सराहना की। आयोजन में शामिल सभी प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुये डॉ अंगद किशोर ने कहा कि बच्चों की प्रस्तुति उत्कृष्ट रहा।
आयोजन की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि इस तरह के सृजनात्मक कार्यक्रम से बच्चों को आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है। उन्होंने कहा कि इसी सकारात्मक सोच के साथ जीवन में लक्ष्य हासिल करने की जरूरत है। डॉ जीतेन्द्र प्रसाद ने कहा कि हम टीम भावना के साथ बच्चों का सर्वांगीण विकास को लेकर कार्य कर रहे हैं। अभिभावकों का भी भरपूर सहयोग मिल रहा है। यह सराहनीय है। हर तरह की गतिविधियों के माध्यम से बच्चों शिक्षा दी जाती है।
कार्यक्रम को सफल बनाने में अनिता देवी, शैलेश कुमार, सीईओ विक्रम विशाल, धीरेंद्र प्रसाद, संतोष कुमार, एसजे रहमान, सीमा अग्रवाल, पिंकी कुमारी, जयनारायण सिंह, राहुल कुमार गुप्ता, अजय कुमार, हमीरा, नीतू देवी, रिया राज, रूमी सिंह, फिजा, राहुल कुमार,आरती, रानी बेगम, तख्सिस, सानिया, संध्या, कुंडल राम, अरुण कुमार सिंह, राजरती देवी आदि सक्रिय रहे।
टीम एबीएन, रांची। बीआईटी मेसरा क्रिकेट लीग के दूसरे सेमीफाइनल मुकाबले में आज डिवाइन स्ट्राइकर्स ने यंग ग्लेडिएटर्स को हरा कर फाइनल में पहुंचने वाली दूसरी टीम बनी। अब फाइनल मुकाबला 13 दिसंबर को मेसरा के पोलटेक्निक मैदान में खेला जायेगा।
आज के मैच में डिवाइन स्ट्राइकर्स ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 99 रन बनाये। श्रीधर पटनायक ने कप्तानी पारी खेलते हुए 18 और निचले क्रम के बल्लेबाज बकबुल ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए टीम के लिए 22 रन बनाये और नाबाद रहे।
यंग ग्लेडिएटर्स के सबसे उम्रदराज खिलाड़ी डॉ कार्तिक ने 3 विकेट लिये। जवाबी पारी खेलने उतरी यंग गेलेडियर्स की पूरी टीम लक्ष्य को पूरा कर नहीं सकी और डिवाइन के आगे घुटने टेक दिये।
चिराग को उसके बेहतरीन प्रदर्शन करने पर मैन आफ द मैच का पुरस्कार डॉ अशोक पटनायक ने प्रदान किया। फाइनल मुकाबला 13 दिसंबर को अवेंजर वारीरियर्स और डिवाइन के बीच खेला जायेगा।
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