एबीएन डेस्क रांची। झारखंड में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने शनिवार को 21 सड़क परियोजनाओं का ऑनलाइन उद्घाटन और शिलान्यास किया। मौके पर सीएम हेमंत सोरेन भी मौजूद रहे। ऑनलाइन कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, झारखंड के सांसद और विधायक भी शामिल हुए। झारखंड में बेहतर कनेक्टिविटी के लिए केंद्र सरकार राज्य में सड़क, पुल और रेल से जुड़ी योजनाओं में रफ्तार लाने का काम शुरु हो गया है। केंद्रीय परिवहन राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए झारखंड को कई सौगात दी है। सड़क परियोजनाओं, पुल और रेल ओवरब्रिज निर्माण योजना की आधारशिला रखी। झारखंड में सड़कों की जाल बिछाने के उद्देश्य से केंद्र सरकार ने 21 सड़क परियोजनाओं की सौगात दी है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की 21 सड़क परियोजनाओं का ऑनलाइन उद्घाटन शिलान्यास किया है। इस मौके पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, सांसद महेश पोद्दार, सांसद जयंत सिन्हा, विधायक सीपी सिंह, रांची सांसद संजय सेठ सहित कई विधायक-सांसद ऑनलाइन जुड़े। ऑनलाइन समारोह में 7 सड़क परियोजनाओं का उद्घाटन और 14 सड़क परियोजनाओं का शिलान्यास किया गया। जिन सड़कों का उद्घाटन हुआ है उसकी कुल लंबाई 245.19 किलोमीटर और लागत लगभग 2433.66 करोड़ है। वहीं, शिलान्यास किए जाने वाले 14 सड़क परियोजनाओं की कुल लंबाई 184.8 किलोमीटर है और इस पर लगभग 754.71 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।
रांची। जिला प्रशासन ने रेलवे स्टेशनों और बस स्टैंड पर टेस्टिंग को लेकर विशेष गाइडलाइन जारी किया है। इसके तहत रांची रेल मंडल में भी विशेष सतर्कता बरतने का निर्देश रांची रेल मंडल प्रबंधन ने दिया है। इसी के तहत रांची रेलवे स्टेशन और हटिया रेलवे स्टेशन में टेस्टिंग के लिए माइकिंग के जरिए भी यात्रियों को जानकारी और जागरूक किया जा रहा है। सुरक्षात्मक कदम उठा रही रेल मंडल : कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए लगातार सुरक्षात्मक कदम उठाए जा रहे हैं। इस कड़ी में एक बार फिर रांची रेल मंडल की ओर से विशेष सतर्कता बरती जा रही है। खासकर रांची रेलवे स्टेशन और हटिया रेलवे स्टेशन एहतियातन कई कदम उठाए जा रहे हैं। बाहर से आने वाले यात्रियों को ट्रेस किया जा रहा है और टेस्टिंग के लिए माइकिंग के जरिए यात्रियों को जानकारी दी जा रही है और उन्हें जागरूक भी किया जा रहा है। सीपीआरओ ने दी जानकारी : रांची रेल मंडल के सीपीआरओ नीरज कुमार ने पहले ही जानकारी दी थी कि रांची रेल मंडल में तमाम तरह के सुरक्षात्मक कदम उठाए जा रहे हैं, लेकिन जिला प्रशासन की ओर से दिए गए दिशा-निर्देश के बाद एक बार फिर रेल मंडल कमर कसते हुए रेलवे स्टेशनों पर विशेष सतर्कता बरत रही है। वहीं, आरपीएफ की टीम भी लगातार इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं। कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग को लेकर विशेष टीम गठित : कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग को लेकर विशेष टीम गठित की गई है। यह टीम सदर अस्पताल और संबंधित जिला अस्पताल को संपर्क साध कर वैसे यात्रियों को ट्रेस कर रही है और जानकारी दे रही है। पिछले दो दिनों में झारखंड में कोरोना का विस्फोट हुआ है और इसे देखते हुए राज्य सरकार के साथ-साथ स्वास्थ विभाग पूरी तरह सतर्क है। इस कड़ी में जिला प्रशासन की ओर से रांची हटिया रेलवे स्टेशन पर विशेष सतर्कता बरतने का निर्देश जारी किया गया है और इसे पालन करने की बात रांची रेल मंडल प्रबंधन की ओर से की जा रही है।
रांची। 3 अप्रैल से सिमडेगा में आयोजित होने वाले जूनियर नेशनल टूर्नामेंट में कोरोना का कहर देखने को मिला। कई खिलाड़ी कोरोना पॉजिटिव पाए गए। इसके बाद इस टूर्नामेंट को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है। इधर, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सिमडेगा में भाग ले रही राष्ट्रीय जूनियर हॉकी खिलाड़ियों से मोबाइल के जरिए ऑनलाइन बात की और उनकी परेशानियों से रूबरू हुए। सब जूनियर राष्ट्रीय महिला हॉकी टूर्नामेंट में झारखंड की टीम उपविजेता रही थी। वहीं, 3 अप्रैल से सिमडेगा में ही हॉकी जूनियर नेशनल टूर्नामेंट का आयोजन होना था। टूर्नामेंट को लेकर तमाम तैयारियां पूरी कर ली गई थीं। टीमें सिमडेगा पहुंच रही थीं। महिला सब जूनियर हॉकी चैंपियनशिप के सफल आयोजन के बाद 3 अप्रैल से नेशनल जूनियर हॉकी चैंपियनशिप को सफल बनाने की पूरी तैयारी थी। चंडीगढ़ की टीम इस टूर्नामेंट में हिस्सा लेने के लिए पहुंच भी चुकी थी। इनका कोरोना टेस्ट करवाया गया और जांच में पांच खिलाड़ी कोरोना पॉजिटिव पाया गया। इसके बाद झारखंड की टीम के भी पांच खिलाड़ी की कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई। इसके बाद जिला प्रशासन और आयोजन समिति के सदस्यों ने तमाम खिलाड़ियों को आइसोलेट करते हुए फिलहाल इस टूर्नामेंट को स्थगित करने का निर्णय लिया है। सिमडेगा आने वाले तमाम खिलाड़ियों की कोरोना जांच की जा रही है। सुरक्षा के मद्देनजर फिलहाल यह टूर्नामेंट स्थगित हुई है। इसी कड़ी में बुधवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन खिलाड़ियों से मोबाइल के जरिए ऑनलाइन मुखातिब हुए। इस दौरान उन्होंने खिलाड़ियों की परेशानियों को जाना और उनकी तैयारियों को लेकर बातचीत की। खेल आयोजन समिति और जिला प्रशासन के पदाधिकारियों को उन्होंने कई आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए हैं। खिलाड़ियों से बातचीत करते हुए सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि घबराने की बात नहीं है बाहर के खिलाड़ियों को भी झारखंड में पूरा ख्याल रखा जाएगा कोई परेशानी खिलाड़ियों को नहीं होने दी जाएगी, उनके लिए तमाम व्यवस्थाएं की जा रही है। वह दरें नहीं और हौसला रखें।
रांची। झारखंड के आइजी अभियान अमोल वेणुकांत होमकर ने पत्र जारी कर सभी एसपी और एसएसपी को होली में सतर्कता बरतने को कहा है। उन्होंने लेटर में लिखा है कि इस साल होलिका दहन और शब-ए-बारात 28.03.2021 को और होली 29.03.2021 को मनाया जाना है। बीते कुछ सालों से कुछ असामाजिक तत्व त्योहार के माहौल को बिगाड़ने की कोशिश करते रहे हैं। जिससे विधि-व्यवस्था की समस्या उत्पन्न होती है। उन्होंने आगे लिखा कि होली के इस त्योहार में अवैध जहरीली शराब बनाकर बेचते हैं। याद होगा कि पिछले कुछ सालों में जहरीली शराब पीने से कई लोगों की जान चली गई थी। जिस कारण विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न हुई थी। इसी तरह इस साल भी भारी मात्रा में अवैध नकली और जहरीली शराब निर्माण कर बेचे जाने की सूचना मिली है। इस विषय में आइजी ने सभी जिले के एसएसपी और एसपी को सावधानी बरतने का निर्देश दिया है। साथ ही वैसे व्यक्तियों पर कड़ी नजर रखने को कहा है जो पहले भी इस मामले में संलिप्त रह चुके हैं।
रांची। झारखंड में वीजा की वैधता खत्म होने के बावजूद विदेशी नागरिकों के रहने का मामला सामने आया है। यही नहीं, ऐसे विदेशी नागरिकों को केंद्रीय गृह मंत्रालय से जारी गाइडलाइन के तहत नोटिस जारी किया गया है। नोटिस के मुताबिक, इन सभी 22 विदेशी नागरिकों को तत्काल भारत छोड़ने को कहा गया है। हालांकि वीजा की वैधता खत्म होने के बाद अधिकतर विदेशियों ने झारखंड पुलिस को यह जानकारी दी है कि उन्होंने वीजा अवधि बढ़ाने और लंबे समय का वीजा देने के लिए आवेदन दे रखा है। बता दें कि पिछले दिनों झारखंड सरकार ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को पत्र के जरिए बताया था कि रूस और जापान से रांची आये दो नागरिक लापता हैं। साथ ही बताया था कि चार बांग्लादेशी सहित पांच विदेशी नागरिकों ने आधार कार्ड बनवा लिया है, जबकि हजारीबाग में पाकिस्तान से आये नागरिक ने तो वोटर कार्ड भी बनवा लिया है। ये विदेशी नागरिक हैं रडार पर अनीका रहमान (पाकिस्तान) तंजीम फातिमा (पाकिस्तान) मोहम्मद अली नुमान (पाकिस्ताएन) नूरी अरशद हुसैन (बांग्लादेश) शिक्ता रानी भट्टाचार्य (बांग्लादेश) नाहिदा बेगम (बांग्लादेश) शमीमा सोहैल (बांग्लादेश) शबाना सरनावाल (बांग्लादेश) नूरुल्ला अखोंडजादा (बांग्लादेश) फरीदा खान (बांग्लादेश) शबनम खान (बांग्लादेश) समिउल्लाह खान (बांग्लादेश) हरिराम अग्रवाल (बांग्लादेश) भगवती देवी (बांग्लादेश) श्यामला कुमार बोस (बांग्लादेश) मौमिता सेन गुप्ता (बांग्लादेश) योकी कोहाता (जापान) सेजोंग क्वोन (रूस) सिलास चार्ल्स पॉल (यूएसए) शिब्ली रहमान (यूएसए) फातुमा सैनी येसुफ (इथोपिया) मार्क जे. डीब्रोरोवर (बेल्जियम)
रांची। विधानसभा बजट सत्र के अपने समापन भाषण के दौरान मुख्यमंत्री ने संकेत दि या है कि रामनवमी और सरहुल के जुलूस पर इस साल भी रोक रहेगी। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन कहा कि झारखंड में कोरोना फिर से पांव पसारने की कोशिश कर रहा है। दूसरी फेज की बात सामने आ रही है। इसलिए हमें सतर्कता के साथ आगे बढ़ना होगा। कोरोना को देखते हुए मुख्यमंत्री ने डिजास्टर मैनेजमेंट के साथ बैठक भी की है और पदाधिकारियों को गंभीर निर्देश भी दिये हैं। मुख्यमंत्री ने सदन में कहा कि सोमवार को 105 नये संक्रमित मिले हैं जो चिंता का कारण है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि सबसे अधिक पलायन करने वाला जिला गिरिडीह है, जहां एक भी कोरोना का केस नहीं है। यह भी देखा जा रहा है ऐसा क्यों है? मुख्यमंत्री ने अपने भाषण के दौरान कहा कि राज्य में कुल 35 प्रतिशत सरकारी पद खाली हैं। ऐसे में सरकार विकास के पैमाने पर कैसे आगे बढ़ सकती है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार ने विकास की एक लकीर खींची है, पर लकीर इतनी टेढ़ी-मेढ़ी है कि उसको सही करने में ही समय लग जायेगा।
रांची। झारखंड के स्थानीय युवाओं के नियोजन से जुड़ा विधेयक विधानसभा में पास नहीं हो सका। इस विधेयक के तहत निजी क्षेत्र की कंपनियों में स्थानीय युवाओं को 75 फीसदी आरक्षण दिया जाना है। विधेयक में कई त्रुटियां सामने आयी। कुल 22 विधायकों ने संसोधन प्रस्ताव लाया था। जिसके बाद मुख्यमंत्री ने इस विधेयक को प्रवर समिति के समक्ष भेजने का निर्णय लिया है। बता दें कि इस नियम के तहत राज्य के सभी एलएलपी, एलटीडी, प्रा लि कंपनियों में 75 फीसद युवाओं के लिये नौकरी आरक्षित किया जाना है। हालांकि, ये नियम राज्य और केंद्र सरकार की कंपिनयों में लागू नहीं होगा। बात दें कि इस विधेयक को प्रवर समिति को सौंपने की मांग प्रदीप यादव और बिनोद सिंह ने की थी।
रांची। बजट सत्र के आखिरी दिन विधानसभा में कई विधेयक पेश किए गये। इसमें स्थानीय युवाओं की नियुक्ति का विधेयक भी शामिल है। झारखंड के स्थानीय युवाओं के नियोजन से संबंधित राज्य के स्थानीय उम्मीदवारों का नियोजन विधेयक 2021 मंगलवार को विधानसभा में पेश किया गया। लेकिन इसके पेश होते ही विधेयक में कई त्रुटियां सामने आयी। 22 विधायकों ने संसोधन प्रस्ताव लाया था। इसके बाद सीएम हेमंत सोरेन ने इस विधेयक को सेलेक्ट कमेटी में भेजे का निर्णय लिया। कमेटी 15 दिन में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। इस विधेयक के तहत निजी क्षेत्र की कंपनियों में स्थानीय युवाओं को 75 प्रतिशत आरक्षण दिया जाना है। हालांकि, ये नियम राज्य और केंद्र सरकार की कंपनियों में लागू नहीं होगा। इस विधेयक को प्रवर समिति को सौंपने की मांग प्रदीप यादव और बिनोद सिंह ने की थी। विधेयक पेश होते ही सत्तपक्ष और विपक्ष के विधायकों ने सवालों की झड़ी लगा दी। सत्ता पक्ष के ही विधायक प्रदीप यादव ने पूछा कि यह विधेयक तो अच्छा है। लेकिन विधेयक में यह स्पष्ट नहीं है कि इस आरक्षण में नौकरी देने के दौरान स्थानीय लोगों के लिए सामाजिक समीकरण को संतुलित कैसे किया जायेगा। भाजपा विधायक अमर बाउर ने पूछा कि इसमें यह भी स्पष्ट नहीं किया गया है नियुक्ति के दौरान गांव, प्रखंड, जिला, राज्य किन्हें प्राथमिकता दी जायेगी। विधेयक में बहुत छेद है। सभी प्लस टू स्कूलों में स्थानीय भाषा की होगी पढ़ाई राज्य के सभी प्लस टू स्कूलों में स्थानीय भाषा के शिक्षकों के पद सृजित किये जायेंगे। विधानसभा में बजट सत्र के अंतिम दिन विधायक बंधु तिर्की के सवाल का जवाब देते हुए मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने यह जानकारी दी। मंत्री ने बताया कि पद का सृजन कर सरकार जल्द ही बहाली भी करेगी। इसके साथ ही झारखंड में उर्दू शिक्षकों के खाली पद भरे जायेंगे। इसके अलावा प्लस टू और प्राथमिक स्कूलों में जनजातीय भाषा के शिक्षकों की नियुक्ति की जायेगी। राज्य के मध्य विद्यालयों में उर्दू शिक्षकों के 4401 पदों में 3642 पद रिक्त हैं। सरकार ने सदन में रिक्त पदों पर शीघ्र नियुक्ति का आश्वासन दिया। क्षेत्रीय भाषाओं के 29 और जनजातीय भाषा के 9 पदों का होगा सृजन। भगत सिंह की तस्वीर लेकर विधायक उमाशंकर अकेला पहुंचे विधानसभा झारखंड विधानसभा बजट सत्र के अंतिम दिन शहीद भगत सिंह को श्रद्धांजलि देने को लेकर विधायक उमाशंकर अकेला ने भगत सिंह की तस्वीर लेकर विधानसभा पहुंचे। उन्होंने कहा कि आज के दिन भगत सिंह गोरे शासन की ओर से फांसी पर चढ़ा दिया गया था। आज के दिन उनकी शहादत हुई थीए इसलिए आज उनकी शहादत और सच्ची देशभक्ति को न्योछावर करने के लिए यह तस्वीर लेकर पहुंचे हैं। उमाशंकर अकेला ने कहा कि देश की आजादी और इंकलाब का नारा लगाने वाले सच्ची देशभक्त भगत सिंह को आज ही के दिन फांसी दी गई थी। 23 मार्च 1931 को भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को फांसी दी गई थी। देश की आजादी के लिए भारत के सपूतों ने अपने प्राणों की आहुति तक दे दी। सदन के माध्यम से आज वह यह बताना चाहते हैं कि आज के दिन ही उन देशभक्तों को फांसी दी गई थी, इसलिए जो सदन के अंदर और बाहर होली मनाया जाना है। वह नहीं मनाया जाना चाहिए।उमाशंकर अकेला के हाथों से तस्वीर लेकर कांग्रेस के विधायक इरफान अंसारी ने कहा कि आज इन देशभक्तों के कारण अंग्रेजों की जंजीरों से देश आजाद हुआ है, उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि देने का दिन है।
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